दिसंबर 2019 के आंकडों के मुताबिक खुदरा महंगाई यानी कंजूमर प्राइस इंडैक्स सीपीआई में 7.35 प्रतिशत का उछाल है। पर अब रिजर्व बैंक द्वारा तय की गयी सीमा से बहुत ऊपर महंगाई निकल गयी है। खाने पीने की चीजों की महंगाई दिसंबर 2018 से दिसंबर 2019 के बीच बढ़कर 14.12 प्रतिशत हो गयी है। क्या खाने पीने की चीजों की बढ़ी हुई कीमतों का फायदा किसानों तक पहुंचता है ? क्या बढ़ी हुई महंगाई से रिजर्व बैंक की चिताएं ब्याज दरों को लेकर बढ़ जाती हैं?
ANCHOR: आलोक पुराणिक
GUESTS: अजय दुआ, पूर्व सचिव वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार
हरीश दामोदरन, वरिष्ठ पत्रकार, इंडियन एक्सप्रेस
PRODUCTION: ASHUTOSH MISHRA
REPORT: KESHARI PANDEY
GRAPHICS: PANKAJ JAIN
EDITOR: IMRAN KHAN
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